वार्षिक संगीतमाला की तेइसवीं पायदान पर गीत वो जिसके संगीतकार शैक्षिक योग्यता के हिसाब से एक डॉक्टर हैं पर संगीत के प्रति उनका प्रेम उन्हें सिटी आफ जॉय यानि कोलकाता से मुंबई की मायानगरी में खींच लाया है। ये संगीतकार हैं अर्को प्रावो मुखर्जी (Arko Pravo Mukherjee) और इस गीत को गाया है आज के सबसे हुनरमंद गायक सोनू निगम ने फिल्म तमंचे के लिए।
सोनू निगम व अर्को मुख्रर्जी |
कोलकाता में पले बढ़े अर्को ने संगीत की विधिवत शिक्षा भले ना ली हो पर बचपन से ही उनका झुकाव रवींद्र संगीत की ओर जरूर रहा। दूसरी ओर अपने शहर के संगीतप्रेमी युवाओं के चलन के हिसाब से वे भी उन दिनों एक रॉक बैंड का हिस्सा बने। यही वज़ह है कि उनकी दिलचस्पी संगीत देने के आलावा गायिकी और गीत लिखने की भी है। तमंचे के इस गीत को भी अर्को ने ही लिखा है। कहानी दिल्ली से जुड़ी है तो गीत पर भी हल्का सा ही सही यारा, दिलदारा, रब्बा और सोणया जैसे चिरपरिचित शब्दों के रूप में पंजाबियत का तड़का जरूर है।
कुल मिलाकर बतौर संगीतकार अर्को मुझे जितना प्रभावित करते हैं उसकी तुलना में उनके लिखे बोलों को मैं हमेशा कमज़ोर पाता हूँ। इस साल उनका संगीतबद्ध लोकप्रिय गीत मेहरबानी इसी वज़ह से मेरी पसंद के अंतिम पच्चीस में अपनी जगह नहीं बना पाया। तमंचे का ये गीत आज अगर मेरी इस संगीतमाला का हिस्सा बन रहा है तो उसकी एक बड़ी वज़ह है सोनू निगम की बेमिसाल गायिकी और अर्को की बेहद सुरीली धुन।
अर्को जब इस गीत को लेकर पहली बार सोनू निगम के पास गए तो उन्हें ये भय सता रहा था कि सोनू गीत को अपने स्तर का ना मान कर उनके अनुरोध को ठुकरा ना दें। पर जब अर्को ने एक रॉक गायक वाले अंदाज़ में सोनू को ये गीत सुनाया तो उन्हें ये पहली बार में ही पसंद आ गया। सोनू ने इस गीत के बारे में रेडियो मिर्ची पर बात करते हुए कहा था
सोनू निगम जिस प्यार से पूरी तरह डूबकरओए दिलदारा ओए दिलदारा ...से गीत की शुरुआत करते हैं कि मन गीत से बँधता चला जाता है। गिटार, ट्रम्पेट और ताल वाद्यों से सजी अर्को की धुन की मिठास सोनू की बेहतरीन अदाएगी का साथ पाकर ऐसा प्रभाव रचती है कि गीत बार बार सुनने का मन होता है। बातें सारी बोल दी जाएँ और खुशिया तमाम दी जाएँ की जगह बातें सारी बोल दिया जाये... और खुशियाँ तमाम दिया जाए सुनना थोड़ा खटकता जरूरत है। आशा है अर्को अपनी शब्द रचना पर भविष्य में थोड़ा और ध्यान देंगे।
कुल मिलाकर बतौर संगीतकार अर्को मुझे जितना प्रभावित करते हैं उसकी तुलना में उनके लिखे बोलों को मैं हमेशा कमज़ोर पाता हूँ। इस साल उनका संगीतबद्ध लोकप्रिय गीत मेहरबानी इसी वज़ह से मेरी पसंद के अंतिम पच्चीस में अपनी जगह नहीं बना पाया। तमंचे का ये गीत आज अगर मेरी इस संगीतमाला का हिस्सा बन रहा है तो उसकी एक बड़ी वज़ह है सोनू निगम की बेमिसाल गायिकी और अर्को की बेहद सुरीली धुन।
अर्को जब इस गीत को लेकर पहली बार सोनू निगम के पास गए तो उन्हें ये भय सता रहा था कि सोनू गीत को अपने स्तर का ना मान कर उनके अनुरोध को ठुकरा ना दें। पर जब अर्को ने एक रॉक गायक वाले अंदाज़ में सोनू को ये गीत सुनाया तो उन्हें ये पहली बार में ही पसंद आ गया। सोनू ने इस गीत के बारे में रेडियो मिर्ची पर बात करते हुए कहा था
"मेंने जब पहली बार ये गाना गाया था तो अर्को की स्टाइल में गाया था। बाद में फिल्म के नायक निखिल ने आकर मुझसे कहा कि आप बिल्कुल अर्को के लहज़े में गा रहे हैं। बेहतर है आप गीत को अपने अंदाज़ में ही गाएँ। सो मैंने कहा चलो ठीक है। पर पहले गाकर रास्ता तो अर्को ने दिखा ही दिया था और इस गीत के लिए वही मेरा रेफरेंस प्वाइंट (reference point) बन गया। अर्को अपने संगीत को आइटम, सैड या रोमांटिक के हिसाब से वर्गीकृत नहीं करते बल्कि एक सोच के हिसाब से संगीत देते हैं। अगर संगीतकार एक विचारक या सोचने वाला नहीं हो तो मुक्तलिफ़ चीज़ बन कर बाहर नहीं आ सकती।"
सोनू निगम जिस प्यार से पूरी तरह डूबकरओए दिलदारा ओए दिलदारा ...से गीत की शुरुआत करते हैं कि मन गीत से बँधता चला जाता है। गिटार, ट्रम्पेट और ताल वाद्यों से सजी अर्को की धुन की मिठास सोनू की बेहतरीन अदाएगी का साथ पाकर ऐसा प्रभाव रचती है कि गीत बार बार सुनने का मन होता है। बातें सारी बोल दी जाएँ और खुशिया तमाम दी जाएँ की जगह बातें सारी बोल दिया जाये... और खुशियाँ तमाम दिया जाए सुनना थोड़ा खटकता जरूरत है। आशा है अर्को अपनी शब्द रचना पर भविष्य में थोड़ा और ध्यान देंगे।
ओए दिलदारा ओए, ओए दिलदारा,
मैं बंजारा ओए मैं बंजारा
ओह तेरे वास्ते मैं सारा जग..छोड़ के दिखाऊँ
क़िस्मत की कलाइयाँ..मरोड़ के दिखाऊँ
ओह तेरे वास्ते मैं सारा जग छोड़ के दिखाऊँ
क़िस्मत की कलाइयाँ मरोड़ के दिखाऊँ
यारा सोनिया, दिलदारा सोनिया
ओह तेरी छोटी छोटी बातों पे, मैं गौर किये जाऊँ
तेरी सारौ फरियादों पे, मैं मर मिटा जाऊँ
यारा सोनिया.. दिलदारा सोनिया
ओह रब्बा तेरी-मेरी बातें सारी बोल दिया जाये
ओह रब्बा दिल में है राज़ तो वो खोल दिया जाये
यारा.. इश्क़-इ-शैदाई का मोल दिया जाए
सारे जहां के गुनाहों को भी तौल दिया जाए
तेरी ज़िन्दगी में खुशियाँ तमाम दिया जाए ....
मैरी जींद मेरी जान तेरे नाम किया जाए
ओए दिलदारा ओए....
तो चलिए सुनते हैं तमंचे फिल्म का ये गीत सोनू निगम की आवाज़ में..
वार्षिक संगीतमाला 2014
- 01 क्या वहाँ दिन है अभी भी पापा तुम रहते जहाँ हो Papa
- 02 मनवा लागे, लागे रे साँवरे Manwa Lage
- 03 काफी नहीं है चाँद हमारे लिए अभी Kaafi Nahin hai Chaand
- 04 शीशे का समंदर, पानी की दीवारें. Sheeshe ka Samundar !
- 05 मैं तैनू समझावाँ की . Main Tenu Samjhawan Ki ..
- 06 ज़हनसीब..ज़हनसीब, तुझे चाहूँ बेतहाशा ज़हनसीब .. Zehnaseeb
- 07. पटाखा गुड्डी ! (Patakha Guddi)
- 08. किन्ना सोणा यार हीर वेखदी नज़ारा .. Ranjha
- 09. ऐसे तेरा मैं, जैसे मेरा तू.. Jaise Mera Tu
- 10. अल्लाह वारियाँ..... Allah Waariyaan
- 11.चाँदनिया तो बरसे फिर क्यूँ मेरे हाथ अँधेरे लगदे ने. Chaandaniya
- 12. ये बावला सा सपना Ye Bawla sa Sapna
- 13. गुलों मे रंग भरे, बाद-ए-नौबहार चले Gulon Mein Rang Bhare.
- 14. मैं ढूँढने को ज़माने में जब वफ़ा निकला Main dhoondhne ko..
- 15. तेरी गलियाँ, गलियाँ तेरी गलियाँ Teri Galiyan
- 16. अर्जियाँ दे रहा है दिल आओ..Arziyan
- 17. कोई मुझको यूँ मिला है, जैसे बंजारे को घर .Banjara.
- 18. पलकें ना भिगोना, ना उदास होना...नानी माँ Nani Maan
- 19. चार कदम बस चार कदम, चल दो ना साथ मेरे Char Kadam
- 20. सोने दो .. ख़्वाब बोने दो Sone Do..
- 21. सूहा साहा Sooha Saaha
- 22. सुनो ना संगमरमर Suno Na Sangmarmar
- 23. दिलदारा Dildaara
- 24. पैर अनाड़ी ढूँढे कुल्हाड़ी Pair Anadi
- 25. नैना नूँ पता है, नैना दी ख़ता है Naina
- दावत ए इश्क़ वो ग्यारह रूमानी गीत जो अंतिम पच्चीस में स्थान बनाने से ज़रा से चूके
3 टिप्पणियाँ:
ये गीत अगर इस पायदान पर है तो इसमें कोई दोराय नहीं कि उसमें सिर्फ और सिर्फ सोनू निगम की गायकी है वगरना तो बोल और धुन के नज़रिये से बेहद कमज़ोर गीत है।
वैसे गए साल की एक बात अच्छी रही कि सोनू निगम को फिर से अपनी आवाज़ का हुनर बिखेरने के मौके मिले। इस वक़्त के गायकों में सोनू निगम ही सबसे हुनरमंद हैं लेकिन उन्हें अच्छी धुनें और संगीतकार कम मिल रहे हैं। एक गायक को उसके कई रंग और अंदाज़ से सिर्फ एक हुनरमंद संगीतकार ही रूबरू करवा सकता है लेकिन आज उन हुनरमंद संगीतकारों और उनमें मौजूद जज़्बे की कमी है।
अर्को गीतकार का काम ख़ुद ना करें तो बेहतर होगा पर जहाँ तक इस गीत की धुन की बात है तो वो मुझे कर्णप्रिय लगी।
आज डाउनलोड किया जायेगा ये गाना. सुना नहीं था. सोनू निगम की आवाज़, बढियाँ लिरिक्स और जोविअल धुन.. बार बार सुनने वाला गीत. शुक्रिया :)
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