सोमवार, जनवरी 24, 2022

वार्षिक संगीतमाला 2021 Top 15 हाय चकाचक चकाचक हूँ मैं Chaka Chak

गीतकारों के लिए हर साल एक चुनौती रहती है कि कोई ऐसा शब्द गीत के मुखड़े के इर्द गिर्द बुनें जिसे सुनते ही लोगों की उत्सुकता उस गीत के प्रति बढ़ जाए। ए आर रहमान के संगीत निर्देशन में बनी फिल्म अतरंगी रे में ये काम किया चका चक वाले गीत ने जो आज पिछले साल के 15 शानदार गीतों की इस शृंखला में आज शामिल हो रहा है। इसे लिखा इरशाद कामिल ने। रिलीज़ होने के साथ कामिल का ये गीत सारा अली खाँ के लटकों झटकों और श्रेया घोषाल की गायिकी की बदौलत बड़ी आसानी से लोकप्रिय होता चला गया। 


वैसे साफ सुंदर व्यवस्थित किये हुए किसी भी अहाते और कमरे के लिए ये कहना कि भई तुमने तो आज पूरा घर चकाचक कर रखा है पर किसी लड़की के साथ विशेषण के रूप में इस लफ़्ज़ के इस्तेमाल का श्रेय तो कामिल साहब को मिलेगा ही।

शादी के समय में संगीत के कार्यक्रमों में गाना नाचना होता ही रहता है। पहले ज़माने में लोकगीत गाए जाते थे और उसकी भाषा भी बेबाक ही हुआ करती थी। मौका ऐसा रहता था कि ऐसे हँसी मजाक की छूट थी और आज भी है। फर्क इतना है कि आजकल लोक गीत की जगह फिल्मी गानों ने ले ली है। कोई अचरज नहीं कि इस गीत पर भी आप युवाओं को अगली शादी में नाचता गाता देखें।

इरशाद कामिल के इस गीत के माध्यम से नायिका अपनी चाहत का खुला इज़हार कर रही है, बिना किसी संकोच के अपनी शारीरिक और भावनात्मक इच्छाओं, खूबियों और कमियों को बताते हुए ये साबित कर देना चाह रही है कि नायक के लिए वो कितना सही चुनाव रहती।

अब इरशाद तो जो भी कहना चाह रहे हों मेरा ध्यान पहली बार पलँग टूटने से ज्यादा तपती दुपहरी, लड़की गिलहरी सी, पटना की चाट हो 16 स्वाद, माटी में मेरे प्यार की खाद जैसी मज़ेदार पंक्तियों पर पहले गया। बाकी रहमान साहब ने नादस्वरम और बाकी ताल वाद्यों से दक्षिण भारतीय शादी का ऐसा समां बाँधा है कि मन गीत के माहौल में रमता चला जाता है। श्रेया घोषाल की खनकती आवाज़ तो लुभाती ही है पर जिस मस्ती, उर्जा और उत्साह के साथ उन्होंने इस गीत को निभाया है वो काबिलेतारीफ़ है।


वैसे कोई पटना वाला बताएगा कि सोलह स्वादों वाली चाट वहाँ कहाँ नसीब होती है? ☺

वार्षिक संगीतमाला 2021 में अब तक

अगर आप सोच रहे हों कि मैंने हर साल की तरह इस गीत की रैंक क्यूँ नहीं बताई तो वो इसलिए कि इस साल परिवर्तन के तौर पर गीत नीचे से ऊपर के क्रम में नहीं बजेंगे और गीतों की मेरी सालाना रैंकिंग सबसे अंत में बताई जाएगी। 

8 टिप्‍पणियां:

  1. सोलह स्वाद तो नहीं पता, पर मौर्यालोक परिसर में चकाचक स्वाद वाली चाट मिलती हैं! हम तो चाट-पकौडों से थोड़ा दूर ही रहते हैं, पर कभी मन हुआ तो कंकड़बाग में शालीमार स्वीट्स की चाट पसन्द है! 😊

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  2. Manish दस बारह तरह के अलग अलग पानी वाली पानीपूरी तो बनारस में खाई थी। अब इरशाद कामिल साहब ने लिखातो लगा कि अब पटना भी चाट के लिए जाना जाने लगा है। अच्छा बताया तुमने अगली बार मौर्य लोक वाली चाट का आनंद लेंगे।

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  3. Maine 24 Dec se ab tak me ye gana kam se kam 140, 150 bar suna hoga fir bhi man nhi bhara.

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  4. अरे वाह इतना पसंद है आपको। हँसी खुशी वाले मूड में सुनने में अच्छा लगता है। श्रेया ने गायाा भी खूब है।

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  5. वैसे मुझे इन गानों ने बड़ी मायूसी दी है 😔… हर मानें में. इर्शाद कमिल के शब्द भले ही तारिफ़े क़ाबिल हैं ।

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  6. Anjali jee वैसे इस फिल्म का एक गीत जरूर आपको पसंद आएगा जो मेरी इस सूची में काफी ऊपर है

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  7. हल्के-फुल्के मूड में या मूड को हल्का-फुल्का करने के लिए सुने जाने वाला यह गीत ठीक था इस साल का। रील्स में खूब सुना गया

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