बहुत ऐसे शायर रहे जिनकी कोई एक ग़ज़ल किसी मशहूर फ़नकार ने गाई और वो बरसों तक उसी ग़ज़ल की वज़ह से जाने जाते रहे। शहज़ाद जालंधरी साहब की ये ग़ज़ल नूरजहाँ जी ने गाई और इसकी शोहरत इसी बात से है कि इस ग़ज़ल को आज भी नए गायक उसी तरह गुनगुना रहे हैं और श्रोताओं की वाहवाही लूट रहे हैं। कल जब प्रतिभा सिंह बघेल की आवाज़ में सालों बाद इस ग़ज़ल का एक टुकड़ा सुना तो पुरानी यादें ताज़ा हो गयीं जब हम इसे नूरजहाँ और आशा जी की आवाज़ में सुना करते थे।
जो प्यार के लम्हे होते हैं वो बड़े छोटे होते हैं। उनको पकड़ के रखना आसान नहीं होता खासकर तब जब वो शख़्स ही आपकी ज़िंदगी से निकल जाए। ऐसे में रह जाती हैं तो सिर्फ यादें और प्रकृति के वो रूप जो आपके प्रेम के साक्षी रहे थे। शहज़ाद जालंधरी साहब कभी फूलों, कभी चाँदनी रात तो कभी सावन की घटाओं के बीच की उन मुलाकातों को इस ग़ज़ल के जरिये एक बार फिर से महसूस करते हैं। कितनी प्यारी लगती थी वो दुनिया जब उनकी महफिल से लौट कर आते थे और अब तो जो बचा है सिर्फ यादें हैं आँसुओं के सैलाब में तैरती हुई...
मैं उसकी शक्ल-सूरत, अदाकारी का नहीं, आवाज़ का शैदाई था. इतनी साफ़-ओ-शफ़्फ़ाफ आवाज़, मुर्कियां इतनी वाज़िह1, खरज2 इतना हमवार3, पंचम इतना नोकीला! मैंने सोचा अगर ये चाहे तो घंटों एक सुर पर खड़ी रह सकती है, वैसे ही जैसे बाज़ीगर तने रस्से पर बग़ैर किसी लग़्ज़िश4 के खड़े रहते हैं.’
वो एलबम था कशिश जो अस्सी के दशक में HMV ने रिलीज़ किया था। इसमें अधिकतर वो ग़ज़लें थीं जो पहले नूरजहाँ जी ने भी गायी हुई थीं। ज़ाहिर है हर गायक अपनी अदाएगी में एक अलग रंग भरता है। इस ग़ज़ल के साथ साथ इसी एलबम में शामिल नीयत ए शौक़ भी काफी मशहूर हुई थी जिसके पहले मैंने आपको यहाँ रूबरू कराया भी था।
नूरजहाँ की गाई मेरे पसंदीदा नज़्में, गीत व ग़ज़लें
- चाँदनी रातें, सब जग सोए हम जागें
- हमारी साँसों में आज तक वो हिना की खुशबू महक रही है
- दिल धड़कने का सबब याद आया
- नीयत ए शौक़ भर ना जाए कहीं
- जो न मिल सके वही बेवफ़ा
- गुल खिले चाँद रात याद आई
- मुझसे पहली सी मोहब्बत मेरे महबूब न माँग
वाह ! बेहद ख़ूबसूरत । पुरानी और नयी ख़ुशबू की महक एक साथ ।
जवाब देंहटाएंAmita Mishra जी बिल्कुल नए गायक भी पुराने गीतों और ग़ज़लों में एक नई रवानी ला रहे हैं।
हटाएंआवाज दे कहां है, दुनिया मेरी जवां है.... सुरेंद्र के साथ
जवाब देंहटाएंकाफी मशहूर रहा ये गीत भी👌
हटाएं