गुनचा कोई मेरे नाम कर दिया
साकी ने फिर से मेरा जाम भर दिया
तुम जैसा कोई नहीं इस जहान में
सुबह को तेरी जुल्फ ने शाम कर दिया
महफिल में बार बार इधर देखा किये
आँखों के जजीरों को मेरे नाम कर दिया
होश बेखबर से हुये उनके बगैर
वो जो हमसे कह ना सके, दिल ने कह दिया
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4 टिप्पणियाँ:
बहुत सही लिखा है भाई
शुक्रिया हुजूर :)
This is one of the lovely songs of the movie. Have you seen the movie as well? I heard that its a bful movie.
मूवी नहीं देखी पर जिन दोस्तों ने देखी है उन्हें बेहद पसंद आई है।
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