रविवार, सितंबर 21, 2008

जाने है वो कहाँ, जिसको ढूँढती है नज़र : सुनिए श्रेया घोषाल की आवाज मे ये मधुर गीत

हफ्ते का आखिरी दिन यानि रविवार। एक ऍसा दिन जब हमारे यहाँ सुबह की शुरुआत दस बजे से पहले नहीं होती। यानि घर के सारे लोग पूरे हफ्ते की थकान इसी दिन निकालते हैं। पर ब्लागिंग जो न करवाए सो अब सुबह के अनलिमिटेड घंटों का प्रयोग करने के लिए यही दिन मिलता है। और जब आज उठ ही गए हैं तो सोचा कि क्यूँ ना आप सब को एक हल्का फुल्का प्यारा सा गीत ही सुनवा दिया जाए।

ये गीत है फिल्म 'हनीमून ट्रैवल्स प्राइवेट लिमिटेड' का जिसके एक गीत हल्के हल्के रंग छलके ने पिछले साल की मेरी वार्षिक संगीतमाला में अपनी जगह बनाई थी। पर इसी फिल्म के एक और नग्मे को मैं समय रहते सुन नहीं पाया था। बाद में जब भी इसे सुना मन को हल्का फुल्का महसूस किया। और इसका मुख्य श्रेय मैं संगीतकार विशाल शेखर और गायिका श्रेया घोषाल को देना चाहता हूँ। एक खूबसूरत धुन और उस पर श्रेया की इतनी सुरीली आवाज सामान्य शब्दों में भी मोहब्बत से लबरेज एक खुशनुमा अहसास पैदा कर देती है।

तो आइए सुनें श्रेया और शान के गाए इस गीत को जिसकी शब्द रचना की है जावेद अख्तर साहब ने..

जाने है वो कहाँ, जिसको ढूँढती है नज़र
मैं ये दिल मैं ये जाँ, दे दूँ वो मिले जो अगर

हर पल वो चेहरा, रहता है इन आँखों में
जिसे मैंने नहीं देखा, पर देखा है ख्वाबों में
पाउँगी कहाँ मैं उसको, ये तो ना जानूँ
पर कहता है दिल मेरा
संग मेरे वो बोलेगा
चुपके से वो बोलेगा
देखो मुझे....


जाने है वो कहाँ........ अगर

खोया खोया सा कबसे फिरता था मैं राहों में
तुम्हें कहीं मैं छुपाऊँ तो भर लूँ इन बाहों में
मिलोगी मुझे तुम इक दिन, मुझको यकीं था
हम आज ही मिल गए
सच कर दो मेरा सपना
तुम ही तो ज़रा अपना
कह दो मुझे...


जाने है वो कहाँ........ अगर
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13 टिप्पणियाँ:

Udan Tashtari on सितंबर 21, 2008 ने कहा…

आनन्द आ गया, मनीष भाई...वाह!! क्या प्रस्तुति है!!

Ghost Buster on सितंबर 21, 2008 ने कहा…

श्रेया घोषाल आज बौलीवुड का सबसे मधुर महिला स्वर हैं. बढ़िया पोस्ट के लिए आभार.

शोभा on सितंबर 21, 2008 ने कहा…

मनीष जी,
श्रेया जी मेरी प्रिय गायिका हाँ. उनकी आवाज मैं और भी गीत यहाँ सुनवाएं. आभार.

परमजीत सिहँ बाली on सितंबर 21, 2008 ने कहा…

बहुत बढिया!! आभार।

रंजू भाटिया on सितंबर 21, 2008 ने कहा…

बहुत सुंदर है यह ..इसको सुनवाने का शुक्रिया

डॉ. अजीत कुमार on सितंबर 21, 2008 ने कहा…

पढ़ कर ही आनंद उठा रहा हूँ. मनीष भाई मौका मिला तो प्लेयर पर जरूर सुनूँगा.

Abhishek Ojha on सितंबर 21, 2008 ने कहा…

श्रेया घोषाल ने हाल के दिनों में कमाल के गाने गाये हैं. अच्छी प्रस्तुति.

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` on सितंबर 21, 2008 ने कहा…

श्रेया की आवाज़ हमेँ भी बहुत पसँद है शुक्रिया इस गीत का !

ACHARYA RAMESH SACHDEVA on सितंबर 22, 2008 ने कहा…

WAH! REALLY YOU ARE GIVING AS REFINED MATERIAL FOR OUR SOUL ENRICHMENT. THANKS FROM THE CORE OF HEART.
RAMESH SACHDEVA
HARYANA PUBLIC SCHOOL, MANDI DABWALI (HARYANA)

बेनामी ने कहा…

मधुर , मनोहर ,अतीव सुन्दर । पुरुष स्वर भी बताइए ,किसका है?

डॉ .अनुराग on सितंबर 22, 2008 ने कहा…

shukriya manish.....is geet ko sunvaane ke liye..

pallavi trivedi on सितंबर 22, 2008 ने कहा…

ये गीत उतना चला नहीं लेकिन बहुत सुन्दर गीत है....

Manish Kumar on सितंबर 22, 2008 ने कहा…

@Afloo Bhai Post mein likha hai shayad highlight nahin kiya isliye aapse miss ho gaya hoga. Shaan ne gaya hai ise shreya ke sath

 

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