सोमवार, जनवरी 02, 2012

वार्षिक संगीतमाला 2011 - पॉयदान संख्या 25 : क्या आपकी 'शबाना 'आपसे रूठ गई है?

तो दोस्तों वक़्त आ गया है वार्षिक संगीतमाला 2011 के पच्चीस गीतों की उल्टी गिनती शुरु करने का। गीतमाला की पच्चीस वीं पॉयदान पर है फिल्म 'हम तुम शबाना'  का एक हल्का फुल्का नुग्मा जिसमें दो आशिक बहलाने की कोशिश कर रहे हैं अपनी महबूबा को। 

इस तरह के गाने कॉलेज के ज़माने में यार दोस्तों की खिंचाई करने में बड़े काम आते थे। जहाँ पता लगता कि अमुक बालक अमुक कन्या से सेंटी तो है पर कुछ कह ना पाने के दर्द से लाचार है तो ऐसे गाने काम में लिये जाते। बस उधर से कन्या बालक के साथ आती दिखी और इधर से समवेत कोरस शुरु। मसलन सागर किनारे 'बालक' पुकारे 'उस कन्या' के बिना उसका कोई नहीं  है। अब अगर आपके साथ भी परिस्थिति रूठने मनाने की हो तो समीर के लिखे इस गीत में शबाना की जगह अपनी उन का नाम  जोड़िए और हो जाइए शुरु

भोली भोली आँखों में नाराज़गी है क्यूँ
मीठी मीठी बातों में ये बेरुखी है क्यूँ
खोए खोए ना रहो,गुमसुम रहो ना यूँ
जान ले तू जान ले Girl I am in love with you
हे ना ना ना शबाना ऐसे रूठो ना
हे ना ना ना शबाना मुस्कुराओ ना
हे ना ना ना सजा ले होठों पे हँसी
हे ना ना ना बन जाएगी मेरी ज़िंदगी

वाकई क्या अंदाज है इस मान मुन्नवल का...

नवोदित संगीतकार सचिन जिगर के संगीतबद्ध इस गीत को गाया है राघव माथुर ने।


अब राघव माथुर कहने को तो देशी नाम है पर हैं ये कनाडा के निवासी। तीस वर्षीय पॉप गायक माथुर अमेरिका व यूके में खासी लोकप्रियता अर्जित कर चुके हैं। वर्ष 2004 में यूके टॉप टेन की लिस्ट में राघव के तीन गीत "So Confused", "Can't Get Enough" and "It Can't Be Right बजे। 2005 में उनका सोलो 'Angel Eyes' भी खूब चला। राघव की आवाज़ यहाँ के गायकों से अलग तो है पर आगे कितनी चल पाएगी ये तो वक़्त ही बताएगा। वैसे उनकी शुरुआत तो अच्छी हुई है। तो आइए सुनें ये गीत



फिल्म में ये गीत फिल्माया गया है तुषार कपूर, मिनिस्हा लांबा और श्रेयस तलपड़े पर

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11 टिप्पणियाँ:

डॉ सोमेश काकडे on जनवरी 02, 2012 ने कहा…

I am feeling very happy to write first comment on this year brand new Annual music countdown. Actually we were waiting for this countdown only eagerly. Thanks Manish Ji for having this section consistently for last several years. Recently I heard one song from Pappu can’t dance saala ..That is Zindagi Kaisi Yea Zindagi (Mohit Chauhan & Akruti Kakkar) …lyrics of this songs is really very nice and inspirational…I hope this song will become a part of our annual music count down this year.

AlokTheLight on जनवरी 03, 2012 ने कहा…

Hmmm.. after a long long wait.. first song of Manish's Billboard Top 25 - year 2K11.. :D
So when will you publish the next song Bhaiya? Am waiting.. :D

Abhishek Ojha on जनवरी 03, 2012 ने कहा…

पहली बार सुना. मैं तो गानों से बिल्कुल ही आउटडेटेड रहने लगा हूँ. यहाँ बेस्ट २५ तो मिल जायेंगे. प्लेलिस्ट २०११ बन जायेगी :)

Manish Kumar on जनवरी 04, 2012 ने कहा…

सोमेश जी Pappu Can't Dance .. का एक गीत इस गीतमाला में है। कौन सा है ये तो आप उस वक़्त जान जाएँगे। आप इस गीतमाला के साथ सालों से बने हुए हैं जानकर खुशी हुई। अपनी पसंद के गीत के बारे में बताने के लिए धन्यवाद।

Manish Kumar on जनवरी 04, 2012 ने कहा…

आलोक कोशिश यही है कि हर दूसरे दिन नई पायदान का गीत श्रोताओं के सामने हो। आज २४ वें नंबर के गीत की बारी है।

अभिषेक पूरी गीतमाला सुनने के बाद ये जरूर बताना कि उसमें तुम्हारी पसंद के गीत कौन से रहे। वैसे इस साल का संगीत पिछले सालों की तुलना में फीका रहा।

Mrityunjay Kumar Rai on जनवरी 04, 2012 ने कहा…

गाना पहली बार सूना है और फिल्म का नाम भी . गाना बस साधारण है . वैसे कोई भी गाना आपकी वार्षिक गीत माला में आने के बाद गाने को बारीकी से सुनना समझना पड़ता है .
आगे के गानों का इन्तेजार रहेगा

suparna ने कहा…

"वैसे इस साल का संगीत पिछले सालों की तुलना में फीका रहा।"

- that was an interesting observation Manish, coz 2011 was a good music year for me :) though i will admit, lots of great non-filmi stuff also helped the tally

Manish Kumar on जनवरी 04, 2012 ने कहा…

Suparna I have to choose from the released movies of 2011 & in that respect even taking the tally to 25 was a bit tough. Even out of 25 I can say that only 15 songs reached the level of abs fav.

suparna ने कहा…

choosing in a good year or a bad year is a tough job, hats off for that :)

कंचन सिंह चौहान on जनवरी 05, 2012 ने कहा…

एकदम सही गया साल अच्छे गीत देने के मामले में थोड़ा कंजूसी कर गया... मैं याद कर रही हूँ कि कौन से गाने दिल तक उतरे तो फिलहाल तो याद नही आ रहा......

कंचन सिंह चौहान on जनवरी 05, 2012 ने कहा…

वैसे ये गाना अभी पहली बार सुना... ए आध बार तो सुना ही जा सकता है और शायद बच्चों को पसंद आयेगा ये......

 

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