परसों शाम को भारतीय ब्लॉगरों के सबसे बड़े समूह इंडीब्लॉगर ने अपने द्वारा संचालित The Indian Blogger Award 2013 की घोषणा की। अपने ब्लॉग पाठकों को बताते हुए अत्यंत हर्ष का अनुभव कर रहा हूँ कि जो प्रेम आप पिछले सात वर्ष से इस ब्लॉग को देते रहे हैं उसी प्यार की बदौलत 'एक शाम मेरे नाम' को हिंदी के सर्वश्रष्ठ ब्लॉग के पुरस्कार से नवाज़ा गया है।
वैसे आप जरूर जानना चाहेंगे कि इंडीब्लॉगर पुरस्कारों में चुनाव का मापदंड क्या था ? इंडीब्लॉगर ने इस पुरस्कार के लिए विभिन्न श्रेणियों की घोषणा की थी। किसी ब्लॉग के लिए उसकी विषयवस्तु पर 34%, मौलिकता पर 32 % अपने पाठकों से विचार विमर्श पर 18 % और ब्लॉग को इस्तेमाल करने की सहूलियत पर 16 % अंक रखे गए थे। विभिन्न श्रेणियों में बँटे ब्लॉगों के मूल्यांकन करने के लिए अपनी अपनी विधा में महारत हासिल कर चुके इन सोलह जूरी मेम्बरान को रखा गया था। इनमें से कुछ को तो आप चेहरे से पहचानते होंगे । वैसे बाकियों के बारे में जानना हो तो यहाँ देखें।
हिंदी ब्लागिंग के नारद युग से आज तक इसके उतार चढ़ाव का साक्षी रहा हूँ। पिछले कुछ सालों में अंग्रेजी ब्लॉगरों के साथ भी एक मंच पर भाग लेने का मौका मिला है। वैसे तो हिंदी ब्लॉगिंग ने मुझे कई अभिन्न ब्लॉगर मित्र दिए हैं पर जब पूरे हिंदी ब्लॉगर समुदाय के सामूहिक क्रियाकलापों पर नज़र दौड़ाता हूँ तो निराशा ही हाथ लगती है। ब्लॉगिंग के शुरुआती दिनों में मैंने कई ब्लॉगर मीट्स में हिस्सा लिया जहाँ भी गया वहाँ के ब्लॉगरों से मिलने की कोशिश की और सच बहुत मजा भी आया। मुंबई और दिल्ली में ब्लागरों के सानिध्य में बिताई गई वो रातें आज भी दिलो दिमाग में नक़्श हैं। पर वक़्त के साथ हिंदी ब्लागिंग के तथाकथित महामहिमों ने ऐसा माहौल रच दिया कि ब्लागिंग सम्मेलन और पुरस्कार समारोह एक दूसरे को नीचा दिखाने के अखाड़े बन गए और नतीजन मैं अपने आपको ऐसे क्रियाकलापों से दूर करता गया। इससे उलट जब भी मैंने अंग्रेजी ब्लॉगरों के साथ किसी कार्यक्रम में हिस्सा लिया माहौल को खुला और बेहद प्रोफेशनल पाया।
हिंदी ब्लॉगिंग के प्रति मेरी आस्था शुरु से रही है और इस पुरस्कार ने उस आस्था को और मजबूत किया है। हिंदी ब्लॉगर अक्सर इस समस्या का जिक्र करते हैं कि उनके ज्यादातर पाठक हिंदी ब्लॉगर हैं। पर जहाँ तक 'एक शाम मेरे नाम' का सवाल है, इस ब्लॉग के अधिकांश पाठक हिंदी संगीत और साहित्य में रुचि रखने वाले वे पाठक हैं जिनका ब्लॉगिंग से दूर दूर तक कोई नाता नहीं है। इसीलिए ये पुरस्कार मैं सबसे पहले उन पाठकों को समर्पित करना चाहता हूँ जो हिंदी ब्लागिंग का हिस्सा ना रह कर भी बतौर ई मेल सब्सक्राइबर, फेसबुक पेज और नेटवर्क ब्लॉग के ज़रिए मेरा उत्साहवर्धन करते रहे। यकीन मानिए आप ही मेरी सच्ची शक्ति हैं, क्यूँकि मैं जानता हूँ कि आप यहाँ किसी प्रत्याशा से नहीं आते। आप यहाँ तभी आएँगे जब मैं आपको आपकी दौड़ती भागती ज़िंदगी में सुकून के कुछ पल मुहैया करा सकूँ। सच मानिए मेरी कोशिश यही रहती है कि मुझे संगीत और साहित्य से जुड़ा कुछ भी अच्छा दिखे तो उसे मैं आपको अपने तरीके से उन्हें विश्लेषित कर पेश कर सकूँ ।
'एक शाम मेरे नाम' के पाठकों की पसंद अलग अलग है कुछ लोग इसे नए संगीत के बारे में ख़बर रखने के लिए पढ़ते हैं तो कुछ को शायर और शायरी से जुड़ी प्रविष्टियों को पढ़ने में ज्यादा आनंद आता है। कुछ मुझसे पुस्तकों की चर्चा बड़े अंतराल करने की शिकायत करते हैं तो कुछ संगीत के स्वर्णिम युग के अज़ीम फ़नकारों के बारे में लिखने की दरख़ास्त करते हैं। यूँ तो मेरी कोशिश रहती है कि इन सारे विषयो के सामंजस्य बैठा कर चलूँ पर कभी समयाभाव और कभी उस विषय पर नया कुछ ना कह पाने की स्थिति में मैं उस पर कुछ लिख नहीं पाता।
इंडीब्लॉगर के आलावा मैं एक बार उन सभी प्रशंसकों का धन्यवाद देना चाहता हूँ जिन्होंने नामंकन प्रक्रिया के दौरान इस ब्लॉग की अनुशंसा की और साथ ही अपने विचार भी दिए कि ये उन्हें ये ब्लॉग क्यूँ पसंद है? फेसबुक पर आपने जो शुभकामना संदेश लिखे हैं उनसे मै अभिभूत हूँ और आपको विश्वास दिलाता हूँ कि आगे भी आपकी आशाओं पर ख़रा उतरने की कोशिश करता रहूँगा। बस यूँ ही आपका साथ मिलता रहे तो ये शामें यूँ ही गुलज़ार होती रहेंगी। वैसे 'गुलज़ार' होने की बात से याद आया कि आज इस हरदिलअजीज़ शायर का 79 वाँ जन्मदिन है। तो चलते चलते उनकी ये प्यारी सी ग़ज़ल आपके सुपुर्द करता चलूँ।
कहीं तो गर्द उड़े ,या कहीं गुबार दिखे
कहीं से आता हुआ कोई शहसवार दिखे
खफा थी शाख से शायद, के जब हवा गुजरी
ज़मीन पे गिरते हुए फूल बेशुमार दिखे
रवाँ हैं फिर भी रुके है वहीं पे सदियों से
बड़े उदास दिखे जब भी आबशार दिखे
कभी तो चौंक के देखें कोई हमारी तरफ
किसी की आँख में हम को भी इंतज़ार दिखे
कोई तिलिस्मी सिफत थी जो इस हुजूम में वों
हुए जो आँख से ओझल तो बार बार दिखे
46 टिप्पणियाँ:
बहुत अच्छा लगा आपको इंडीब्लॉगर सम्मान मिलने की सूचना से। बधाई हो।
ऐसे ही नियमित लेखन करते रहें। खूब मन से। अच्छा लिखते रहें। मस्त , बिन्दास।
मनीष बहुत बहुत बधाई,
साथ ही एक सलाह, बस हमेशा अपने पाठक वर्ग पर ही ध्यान केंद्रित रखिए...और उकसावे पर भी किसी और बात से विचलित ना हो...
आपसे कभी मुलाकात कर मुझे प्रसन्नता होगी...
जय हिंद...
एक बार फिर बहुत-2 बधाईयाँ व शुभकामनाएं!
Abhi dekha Indiblogger Awards site par aapke blog ko sammanit kiya gaya hai... aapko hardik shubhkamnayein, and hats off to your wonderful blog journey so far.
हिन्दी ब्लॉगर को पुरुस्कार मिलना सुखद लगा।
बहुत- बहुत बधाई मनीष भाई।
बहुत बहुत बधाईयाँ व शुभकामनाएं!
Manish ji ko bahtut saaree badhaaiyaan!!!
aapke blog k bare me kya kahu, mere liye to bassss jannat se kam nahee
हार्दिक बधाई.
हार्दिक बधाई और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ। :)
एक रहस्य का जिंदा हो जाना - शीतला सिंह
बहुत बहुत बधाइयाँ..... , आपकी लेखनी का प्रभावशाली व रोचक प्रस्तुतीकरण और विषय का चयन सदा ही आकर्षक रहता है. भविष्य में भी आप यूँ ही सम्मानों से नवाजे जाएँ. हम सब की ओर से हार्दिक बधाइयाँ.......
Congrats !
Congratulations, Manish-san!
आपको इंडीब्लॉगर सम्मान मिलने पर हार्दिक बधाई......
bhai wah wah....congrats manish jee
बहुत बहुत बधाई मनीष जी... पहली बार लगा कि कोई पुरस्कार सही तरीके से दिया गया है क्योंकि आपका ब्लॉग मेरे पसंदीदा ब्लॉगों में एक है, वरना आजकल तो ब्लॉगर सम्मेलन, पुरस्कार समारोह वगैरह समझ ही नहीं आते।
मनीष जी बहुत बहुत बधाई।इसी तरह से आगे भी अपनी सोच को ही अपने प्रशंसकों के साथ बांटते रहिये,आगे भी इंशा अल्लाह ऐसे मुकाम आते रहेंगे ।
हार्दिक बधाई मनीष जी
sir very happy to hear this . congrates as we feel it is our own blog
Bahut-2 badhai........aapka blog is award ka saccha haqdaar he.........aapki lekhani sahaj hi padhane walo ko apni taraf aakarshit kar leti he..........aapne apna itna samay devote kar ke hindi blogging ko popular karne mein jo yogdaan diya he , ye award uska pratidaan he..........aap hamesha aise lekhate rahe......unnati karte rahe....
हमें भी अत्यधिक प्रसन्नता है मनीष जी ! शत-शत बधाईयां आपको! यह कारवाँ चलता रहेगा!
Badhayi Manish Babu..:)
Bahut bahut Badhai Manish ji. Very well deserved recognition.
U deserve it.....well done Manish ji!
बधाईयाँ। ढेरों। शुभकामनाएं। ढेरों। यूंही चलता रहे ये कारवां।
वाह भई वाह...आनन्द आ गया...बधाई! (देरसवेर यह होना ही था)
हार्दिक शुभकामनायें | ढेरों बधाइयाँ
बधाई हो मनीष जी। हिंदी पाठको के लिए इतनी शानदार प्रस्तुति के लिए ।आप पुरस्कार प्राप्त कर और अधिक उत्साह से हिंदी पाठको की सेवा करें यही कामना है।
बहुत बहुत बधाई हो भाई साहब...आपको तो ये बहुत पहले मिल जाना चाहिए थे...चलिए देर आये दुरुस्त आये
प्रारंभ से आज तक की लगन.... you deserve it.... Congrats.
Congratulation Manish bhai. You really deserve it. In fact, you should be awarded much earlier.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति.. आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी पोस्ट हिंदी ब्लॉग समूह में सामिल की गयी और आप की इस प्रविष्टि की चर्चा कल {मंगलवार 20/08/2013} को
हिंदी ब्लॉग समूह
hindiblogsamuh.blogspot.com
पर की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक लोग आपकी रचना पढ़ सकें . कृपया पधारें, सादर .... Darshan jangra
बधाई !!! हिंदी पट्टी के ब्लॉगर को सम्मान मिलना सुखद है .
Congrats Manish Kumar ji.Its well deserved award
bahut bahut badhaiyan sahab
Bahut bahut bahut achcha laga ye jaankar that your blog has been awarded as the best....
i just read your latest post, followed by gulzar's shayari not only do I love how you write, but the dedication and wholesomeness in it... ..how you have the ability to leave no loose ends am really happy for you, honored to personally know a writer like you. cheers!
आपके हिन्दी प्रेम और समर्पण को नमन, सम्मान की शत शुभकामनायें।
विजेताओं को हार्दिक शुभ कामनाए
Badhai Manishji
Great going!
you really deserve it.......congrats
Congratulations! #IBAwards2013 A pleasure to be in company of gr8 bloggers like U, looking forward to more interaction
मनीष जी,बहुत–बहुत अच्छा लगा ये सुखद खबर सुनकर।U really deserve it.आप को ढेर सारी बधाई!
शुभकामना सहित्–
सुनीता प्रधान।
हमारी ओर से भी ढ़ेरो बधाईयां स्वीकार करें..
hearty congratulations Manishji!
Congratulations Manish....
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