तो इससे पहले कि वार्षिक संगीतमाला के सरताज गीत की घोषणा करूँ एक बार पीछे पलट कर देख तो लीजिए कि मेरे लिए इस साल के पच्चीस शानदार गीत कौन से रहे ? अगर इस फेरहिस्त के हिसाब से साल के गीतकार का चयन करूँ तो वो तमगा इरशाद क़ामिल को ही जाएगा। इरशाद ने इस साल कौन मेरा, मेरा क्या तू लागे जैसे मधुर गीत लिखे तो दूसरी ओर जिसको ढूँढे बाहर बाहर वो बैठा है पीछे छुपके जैसे सूफ़ियत के रंग में रँगे गीत की भी रचना की। इतना ही नहीं इरशाद क़ामिल ने आमिर खुसरो की कह मुकरनी की याद ऐ सखी साजन से ताज़ा तो की ही, दो प्रेम करने वालों को पिछले साल शर्बतों के रंग और मीठे घाट के पानी जैसे नए नवेले रूपकों से नवाज़ा।
वार्षिक संगीतमाला 2013 संगीत के सितारे
इरशाद क़ामिल के आलावा अमिताभ भट्टाचार्य ने भी सँवार लूँ, ज़िदा, कबीरा व तितली जैसे कर्णप्रिय गीत रचे। प्रसून जोशी ने भी भाग मिल्खा भाग के लिए कमाल के गीत लिखे। पर धुरंधरों में जावेद अख़्तर की अनुपस्थिति चकित करने वाली थी। मेरे पसंदीदा गीतकार गुलज़ार ने विशाल भारद्वाज की फिल्मों मटरू की बिजली.. और एक थी डायन के गीत लिखे। उनका लिखा गीत ख़ामख़ा मुझे बेहद पसंद है पर विशाल अपनी आवाज़ और धुन से उन बोलों के प्रति न्याय नहीं कर सके। वैसे भी गुलज़ार की कविता कभी कभी गीत से ज्यादा यूँ ही पढ़ने में सुकून देती है..विश्वास नहीं होता तो गीत के इस अंतरे को पढ़ कर देखिए
सारी सारी रात का जगना
खिड़की पे सर रखके उंघते रहना
उम्मीदों का जलना-बुझना
पागलपन है ऐसे तुमपे मरना
खाली खाली दो आँखों में
ये नमक, ये चमक, तो ख़ामख़ा नहीं...
संगीतकारों में इस साल की सफलताओं का सेहरा बँट सा गया। लुटेरा में अमित त्रिवेदी, रांझणा में ए आर रहमान और भाग मिल्खा भाग में शंकर एहसान लॉय ने कमाल का संगीत दिया। नये संगीतकारों में अंकित तिवारी ने सुन रहा है के माध्यम से काफी धूम मचाई। सचिन जिगर ने शुद्ध देशी रोमांस में अब तक का अपना सबसे बेहतर काम दिखाया। प्रीतम बर्फी जैसा एलबम तो इस साल नहीं दे पाए पर ये जवानी है दीवानी, फटा पोस्टर निकला हीरो, Once upon a time in Mumbai दोबारा के उनके कुछ गीत बेहद सराहे गए।
गायकों में ये साल बिना किसी शक़ अरिजित सिंह के नाम रहा। तुम ही हो और लाल इश्क़ जैसे गीतों को जिस तरह डूब कर उन्होंने गाया है वो आम लोगों और समीक्षकों दोनों द्वारा सराहा गया है। वैसे कुछ नए पुराने कलाकारों ने पिछले साल अपनी खूबसूरत आवाज़ की बदौलत कुछ गीतों को यादगार बना दिया। चैत्रा अम्बादिपुदी द्वारा बेहद मधुरता से गाया कौन मेरा, मिल्खा के पैरों में जोश भरते आरिफ़ लोहार,मस्तों का झुंड में थिरकने पर मजबूर करते दिव्य कुमार, ये तूने क्या किया वाली कव्वाली में अपनी गहरी आवाज़ का जादू बिखेरते जावेद बशीर, अपनी आवाज़ की मस्ती से स्लो मोशन अंग्रेजा में झुमाने वाले सुखविंदर सिंह,भागन के रेखन की बँहगिया में एक प्यारी बन्नो का अपने परिवार से जुदाई का दर्द उभारती मालिनी अवस्थी और झीनी झीनी में अपनी शास्त्रीय गायिकी से मन मोहते उस्ताद राशिद खाँ पिछले साल की कुछ ऐसी ही मिसालें हैं।
साल के सरताज गीत के बारे में तो आप अगली प्रविष्टि में जानेंगे (वैसे ये बता दूँ कि ऊपर के कोलॉज में सरताज गीत से जुड़े सभी कलाकारों की तसवीर मौज़ूद है।) तब तक एक नज़र इस संगीतमाला के पिछले चौबीस गीतों पर एक नज़र...
वार्षिक संगीतमाला 2013
- 1.सपना रे सपना है कोई अपना Sapna Re Sapna
- 2. तुझ संग बैर लगाया ऐसा, रहा ना मैं फिर अपने जैसा Laal Ishq
- 3. कौन मेरा,मेरा क्या तू लागे Kaun Mera
- 4. ये तूने क्या किया Ye Tune Kya Kiya
- 5. कैसी तेरी खुदगर्जी तू धूप चुने या छाँव.. Kabira..
- 6.जिसको ढूँढे बाहर बाहर वो बैठा है भीतर छुपके Piya Milenge
- 7.सुन रहा है ना तू... Sun Raha Hai Na Tu.
- 8. तुम तक .. Tum Tak
- 9. रूठे ख़्वाबों को मना लेंगे ..माँझा Manjha
- 10. भागन के रेखन की बँहगिया Bhagan Ke Rekhan Ki Bahangiya
- 11. झीनी रे झीनी याद चुनरिया Jheeni Re Jheeni Yaad Chunaria
- 12. हवन कुंड मस्तों का झुंड Hawan Kund Maston Ka Jhund
- 13. तेरे मेरे बीच में क्या है ? Tere Mere Beech Mein Kya Hai
- 14. बन के तितली दिल उड़ा उड़ा हैं कहीं दूर Ban Ke Titli
- 15. स्लो मोशन अँगरेजा Slow Motion Angreza
- 16. क्यूँकि तुम ही हो ज़िंदगी..अब तुम ही हो Tum Hi Ho
- 17. मैं रंग शरबतों का Main Rang Sharbaton Ka
- 18. बस तू भाग मिल्खा Bas tu Bhag Milkha
- 19. अल्लाह मेहरबान तो दिल गुले गुल गुलिस्तान Allah Meherban
- 20. ऐ सखी साजन Aye Sakhi Sajan
- 21. मुझे छोड़ दो मेरे हाल पर Mujhe Chhod De Mere Haal Pe
- 22. मेरे बिना खुश रहे तू ज़माने में Mere Bina Tu
- 23. सँवार लूँ Sanwaar Loon
- 24. सितारे भी जिनको ना दे सके पनाह....धुआँ Dhuaan
- 25. अम्बरसरिया Ambersariya
7 टिप्पणियाँ:
बहुत ही बढिया, बिनाका गीतमाला कि याद आ गयी. शायद "रान्झणा" प्रथम पायदान पर आयेगा.... मै भी मनीष, दुर्गापुर से
मनीष दुर्गापुर जाना होता रहता है आप क्या करते हैं दुर्गापुर में?
आपके साथ यह यात्रा आनन्द की यात्रा रही है।
आप के ही सहयोगी संस्थान में हूँ, विशेष ई-मेल में.
A very enjoyable journey has come to an end. Thank you Manish. As i maintain, it is the most authentic top songs list.
But I must add that selection of 2013 songs are far more personal in nature if you compare it with 2012. Or is it just the difference in quality and popularity of songs of 2013 and 2012 which is making me think so?
Just think of no. one song of 2012 and now of 2013.
Thanks again.
Thanks for your compliments Sumit! There are two issues you raised in your comment first about the quality of songs of this year as compared to last year & nature of selection.
Well frankly speaking this countdown has always been my personalized selection. I have been fortunate enough to work as a jury for Gitayan and there I have seen that out of a dozen jury members each has his own perspective over a particular song.
Last year countdown was dominated by some beautiful tracks of Barfi & yes overall quality of top 10 songs were definitely better than this year.
शुक्रिया प्रवीण साथ बने रहने का !
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