वार्षिक संगीतमाला में अब बढ़ रहे हैं प्रथम पन्द्रह गीतों की तरफ। यारी दोस्ती पर हिंदी फिल्म जगत में गीत बनते रहे हैं। अगर अपनी याददाश्त पर ज़ोर डालूँ तो ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे, यारी है ईमान मेरा यार मेरी ज़िंदगी, तेरे जैसा यार कहाँ, दोस्त दोस्त ना रहा, दीये जलते हैं, सलामत रहे दोस्ताना हमारा जैसे गीत तुरंत दिमाग में उतरते हैं। अब आप कहेंगे कि ये सारे तो बेहद पुराने गीत हैं तो नए गीतों में दिल चाहता है हम रहे ना रहें कभी यारों के बिन, अल्लाह वारियाँ ओ टूटी यारियाँ मिला दे ओए, जाने नहीं देंगे तुझे जैसे चंद जिनका ख्याल अभी आ रहा है। दोस्तों के बिना तो इस दुनिया में किसी इंसान का जी पाना दुश्वार है। जब भी कोई सुरीला नग्मा दोस्ती की बात करता है तो वो जल्द ही सबके मन में बस जाता है। इस साल इसी कड़ी में अपनी अलग पहचान बनाता हुआ जुड़ा है सोनू के टीटू की स्वीटी फिल्म का गीत तेर यार हूँ मैं।
सोनू के टीटू की स्वीटी जैसे नाम वाली फिल्मों से तो यही आशा थी कि इसके गाने मौज मस्ती वाले ही होंगे और वे थे भी वैसे ही सिवाय इस गीत के जिसका एक अलग ही मिज़ाज था। बड़ी संजीदा और मधुर धुन तैयार की रोचक कोहली ने इस गीत के लिए। इस फिल्म की कहानी तो आप जानते ही हैं कि दोस्त की मंगेतर के तौर तरीके नायक के पसंद नहीं आते। दोस्त बेचारा मित्र और मंगेतर के बीच इसी असमंजस में है कि चुने तो किसको चुने? दोनों ही उसे प्रिय हैं।
इस गीत में गीतकार कुमार ( जिनका पूरा नाम राकेश कुमार है।) को शब्दों के माध्यम से उन मंज़रों का खाका खींचना था जो दो मित्रों के बीच बचपन से दोस्ती की गाँठ को मजबूत करते आए थे। मनोज की तरह कुमार अपनी भाषा को सहज रखते हुए श्रोताओं के दिल तक पहुँचने की कोशिश करते हैं। कुमार ने बचपन की शरारतों, खिलौने के लिए मार पीट, छोटी मोटी कहा सुनी जैसी बातों का जिक्र कर ये काम बखूबी किया। अरिजीत की आवाज़ का दर्द रोचक की मायूस करती धुन में घुलता जाता है।
तू जो रूठा तो कौन हँसेगा
तू जो छूटा तो कौन रहेगा
तू चुप है तो ये डर लगता है
अपना मुझको अब कौन कहेगा
तू ही वजह.
तेरे बिना बेवजह बेकार हूँ मैं
तेरा यार हूँ मैं, तेरा यार हूँ मैं
आजा लड़ें फिर खिलौनों के लिए
तू जीते मैं हार जाऊँ
आजा करें फिर वही शरारतें
तू भागे मैं मार खाऊँ
मीठी सी वो गाली तेरी
सुनने को तैयार हूँ मैं
तेरा यार हूँ मैं, हम्म. तेरा यार हूँ मैं
ओ जाते नहीं कहीं रिश्ते पुराने
किसी नए के आ जाने से
जाता हूँ मैं तो मुझे तू जाने दे
क्यूँ परेशां है मेरे जाने से
टूटा है तो जुड़ा है क्यूँ
मेरी तरफ तू मुड़ा है क्यूँ
हक नहीं तू ये कहे की
यार अब हम ना रहे
एक तेरी यारी का ही
सातों जनम हक़दार हूँ मैं, तेरा यार हूँ मैं
गीत के प्रील्यूड में ताल वाद्यों और गिटार का जो सामंजस्य उन्होंने रचा है वो कानों को सोहता है। रोचक कोहली के लिए ये साल बेहद सफल साबित हुआ है। इस साल की संगीतमाला में अब तक आप उन्हें देखते देखते और ले डूबा में सुन चुके हैं। इन गीतों में एक गौर करने वाली बात ये है कि अपनी संगीतबद्ध रचनाओं में वो ज्यादा वाद्य यंत्रों का प्रयोग नहीं करते और उनकी धुनें सहज पर सुरीली होती हैं जो तेजी से कानों से दिल तक जगह बना लेती हैं। इस संगीतमाला में उनका गीतकार कुमार के साथ एक गीत और है। उस गीत की बारी आने पर इन दो कलाकारों के बारे में और बातें होंगी। तो आइए सुने अरिजीत सिंह की आवाज़ में ये गीत।
वार्षिक संगीतमाला 2018
1. मेरे होना आहिस्ता आहिस्ता
2. जब तक जहां में सुबह शाम है तब तक मेरे नाम तू
3. ऐ वतन, वतन मेरे, आबाद रहे तू
4. आज से तेरी, सारी गलियाँ मेरी हो गयी
5. मनवा रुआँसा, बेकल हवा सा
6. तेरा चाव लागा जैसे कोई घाव लागा
7. नीलाद्रि कुमार की अद्भुत संगीत रचना हाफिज़ हाफिज़
8. एक दिल है, एक जान है
9 . मुड़ के ना देखो दिलबरो
10. पानियों सा... जब कुमार ने रचा हिंदी का नया व्याकरण !
11 . तू ही अहम, तू ही वहम
12. पहली बार है जी, पहली बार है जी
13. सरफिरी सी बात है तेरी
14. तेरे नाम की कोई धड़क है ना
15. तेरा यार हूँ मैं
16. मैं अपने ही मन का हौसला हूँ..है सोया जहां, पर मैं जगा हूँ
17. बहुत दुखा रे, बहुत दुखा मन हाथ तोरा जब छूटा
18. खोल दे ना मुझे आजाद कर
19. ओ मेरी लैला लैला ख़्वाब तू है पहला
20. मैनू इश्क़ तेरा लै डूबा
21. जिया में मोरे पिया समाए
1. मेरे होना आहिस्ता आहिस्ता
2. जब तक जहां में सुबह शाम है तब तक मेरे नाम तू
3. ऐ वतन, वतन मेरे, आबाद रहे तू
4. आज से तेरी, सारी गलियाँ मेरी हो गयी
5. मनवा रुआँसा, बेकल हवा सा
6. तेरा चाव लागा जैसे कोई घाव लागा
7. नीलाद्रि कुमार की अद्भुत संगीत रचना हाफिज़ हाफिज़
8. एक दिल है, एक जान है
9 . मुड़ के ना देखो दिलबरो
10. पानियों सा... जब कुमार ने रचा हिंदी का नया व्याकरण !
11 . तू ही अहम, तू ही वहम
12. पहली बार है जी, पहली बार है जी
13. सरफिरी सी बात है तेरी
14. तेरे नाम की कोई धड़क है ना
15. तेरा यार हूँ मैं
16. मैं अपने ही मन का हौसला हूँ..है सोया जहां, पर मैं जगा हूँ
17. बहुत दुखा रे, बहुत दुखा मन हाथ तोरा जब छूटा
18. खोल दे ना मुझे आजाद कर
19. ओ मेरी लैला लैला ख़्वाब तू है पहला
20. मैनू इश्क़ तेरा लै डूबा
21. जिया में मोरे पिया समाए
10 टिप्पणियाँ:
सी फ़िल्म का दिल चोरी साडा हो गया.. भी अच्छा लगता है। हंस राज हंस का ओरिजिनल गीत बचपन से सुन रहे हैं और इससे ज्यादा मधुर लगता है।
Manish पहले के हिट गीतों को नए तरीके से पेश करने से उन्हें अच्छे गीत की श्रेणी में कैसे रखा जा सकता है? क्रेडिट उसका है जिसने मेहनत कर मूल धुन बनाई।
अच्छा गाना है. पहली बार सुना.
मेरे हिसाब से फिल्म का सबसे बेहतरीन गीत। गीत के बोल भी आम दोस्ती यारी के गीतों से हट कर हैं और दिल पर असर करते हैं और संगीत और गायिकी भी बेहतरीन है। One of the best songs of the year 2018.
अच्छा सुमित ये तो काफी बजा था टीवी पर।
गीत के बोल भी आम दोस्ती यारी के गीतों से हट कर हैं और दिल पर असर करते हैं और संगीत और गायिकी भी बेहतरीन है।
सहमत :)
One of the best songs of the year 2018.
ये मैं तो नहीं कह पाऊँगा :)
One of the best.....ऐसा मेरा विचार है 😀
Rajesh आपकी पसंद जानकर अच्छा लगा।
"दोस्तों के बिना तो इस दुनिया में किसी इंसान का जी पाना दुश्वार है।"
बहुत सुना मैंने ये गाना और सुनता हूँ अभी भी।
फ़िल्म आने के पहले tv पर इसके गाने देखे और हनी सिंह का नाम जुड़ा हुआ दिखा तो आगे इसके गाने नहीं सुने मैंने। एक दोस्त ने ही इस गाने के बारे में बताया।
सुरीला गीत है और साथ में अरिजीत की आवाज़ इसकी खासियत हैं।
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