अर्जुन हरजाई के संगीत से मेरी पहली मुलाकात लखनऊ सेंट्रल के गीत रंगदारी से हुई थी। उस गीत के बारे में बात करते हुए मैंने आपको बताया था कि किस तरह गीतकार कुमार (यानी कुमार राकेश)अर्जुन के लिए फिल्म जगत में कृष्ण सदृश सारथी साबित हुए थे। लखनऊ सेंट्रल 2017 में आई थी। पिछले दो सालों में फिल्मों में अर्जुन का काम बहुत दिखाई तो नहीं दिया पर ये खबर जरूर मिली कि इसी बीच वो अपनी स्कूल की प्रेमिका से परिणय सूत्र में बँध गए। पिछले साल उनके संगीतबद्ध गीत जज़मेंटल है क्या और मोतीचूर चकनाचूर जैसी फिल्मों में सुनाई दिए।
अब क्रिकेट की भाषा में कहूँ तो उन्हें जो दो गेंदे मिलीं उसमें एक में उन्होंने छक्का लगा दिया। ज़ाहिर सी बात है उनके सारथी कुमार का भी इस सफलता में बराबर का हाथ रहा। कुमार को मैं आज के युग का आनंद बक्षी मानता हूँ। वे ज़मीन से उठे एक प्रतिभाशाली गीतकार हैं। जनता की नब्ज़ समझते हैं। कुमार अक़्सर कहा भी करते हैं कि गीतों में वो ऐसी हुकलाइन बनाने की कोशिश करते हैं जो समाज के परिवेश से निकल कर आई हो।
अगर अपनी बात करूँ तो उनके लिखे तमाम गीतों में मेरे निशां हैं कहाँ, मुझे जो भेजी थी दुआ, पानियों सा, रंगदारी, तेरा यार हूँ मैं बेहद पसंद हैं और इस फेरहिस्त में संगीतमाला की ग्यारहवीं पायदान का ये गीत भी शामिल हो गया है। इस साल की संगीतमाला में भी उनके लिखे तीन गीत हैं जिसमें दूसरा आज आप सुनेंगे।
अगर अपनी बात करूँ तो उनके लिखे तमाम गीतों में मेरे निशां हैं कहाँ, मुझे जो भेजी थी दुआ, पानियों सा, रंगदारी, तेरा यार हूँ मैं बेहद पसंद हैं और इस फेरहिस्त में संगीतमाला की ग्यारहवीं पायदान का ये गीत भी शामिल हो गया है। इस साल की संगीतमाला में भी उनके लिखे तीन गीत हैं जिसमें दूसरा आज आप सुनेंगे।
अर्जुन हरजाई व कुमार राकेश |
फिल्म मोतीचूर चकनाचूर की नायिका का ख़्वाब है कि उसे ऍसा पति मिले जो "फॉरेन" यानी विदेशी धरती में ज़िंदगी गुजार रहा हो। अपने सपने को सच करने के लिए वो पड़ोस के अधेड़ लड़के से भी शादी के लिए तैयार हो जाती है पर उसकी नौकरी का सच जानकर नायिका के अरमानों पर ग्रहण लग जाता है।
पति पत्नी के इसी मनमुटाव पर कुमार को गीत लिखना था और उन्होंने बेहद प्यारा मुखड़ा लिखा छोटी छोटी गल दा बुरा न मनाया कर.. जे मैं मनावा मन वी जाया कर। अब कौन ऐसा होगा जो छोटी छोटी बातों पर रूठा ना हो या उसने ऐसी किसी बात पे किसी को माया ना हो।
पति पत्नी के इसी मनमुटाव पर कुमार को गीत लिखना था और उन्होंने बेहद प्यारा मुखड़ा लिखा छोटी छोटी गल दा बुरा न मनाया कर.. जे मैं मनावा मन वी जाया कर। अब कौन ऐसा होगा जो छोटी छोटी बातों पर रूठा ना हो या उसने ऐसी किसी बात पे किसी को माया ना हो।
यही वज़ह है कि जिसने भी इस गीत की मधुर धुन के साथ जब कुमार के इन बोलों को सुना तो उसे दिल में बसा लिया। कुमार की मूल भाषा वैसे भी पंजाबी है पर पंजाबी का इस्तेमाल करते हुए भी उन्होंने गीत का स्वरुप ऐसा रखा है जिसे हिंदीभाषी भी समझ सकें। मुखड़े की पकड़ को कुमार अंतरों में भी बनाए रखते हैं।
अर्जुन ने गीत में तबले के आलावा बाँसुरी और क्लारिनेट का प्रयोग किया है। इस गीत को गाने वाले भी वहीं हैं और उनके इस गीत की सफलता ये बताती है कि उनकी आवाज़ लोगों के दिलों तक पहुँची है। तो आइए सुनते हैं उनका गाया ये गीत
अर्जुन ने गीत में तबले के आलावा बाँसुरी और क्लारिनेट का प्रयोग किया है। इस गीत को गाने वाले भी वहीं हैं और उनके इस गीत की सफलता ये बताती है कि उनकी आवाज़ लोगों के दिलों तक पहुँची है। तो आइए सुनते हैं उनका गाया ये गीत
मिन्नतां करां मैं तां तेरियाँ वे
करे या न करे हेरा फेरियाँ वे
मिन्नतां करां मैं तां तेरियाँ वे
करे या न करे हेरा फेरियाँ वे
तेरे ही यकीण ते, मैं तां लग्गा जीण वे
दिल न दुखाया कर..
छोटी छोटी गल दा बुरा न मनाया कर
जे मैं मनावा मन वी जाया कर
छोटी छोटी गल दा बुरा न मनाया कर
जे मैं मनावा मन वी जाया कर
तू न पहचाने रब मेरा जाने
यारियां मैं पाइयां सच्चियाँ
जन्मा दे लायी दिल जोड़ेया मैं
डोरा न समझ कच्चियाँ
मैनू लग्गे डर वे, मैं जावां मर वे
अँख न चुराया कर
छोटी छोटी गल ...मन वी जाया कर
रूहां उत्ते तेरा नाम लिखेया मैं, कागज ना समझ कोई वे
छड के मैं सारी दुनियां ओ माही, इक बस तेरी होइ वे
तैनू दित्ता हक़ वे मैनु कोल रख वे
हथ न छुड़ाया कर
छोटी छोटी गल ...मन वी जाया कर
वार्षिक संगीतमाला 2019
24.रूह का रिश्ता ये जुड़ गया... Rooh Ka Rishta
01. तेरी मिट्टी Teri Mitti
02. कलंक नहीं, इश्क़ है काजल पिया
03. रुआँ रुआँ, रौशन हुआ Ruan Ruan
04. तेरा साथ हो Tera Saath Ho
05. मर्द मराठा Mard Maratha
06. मैं रहूँ या ना रहूँ भारत ये रहना चाहिए Bharat
07. आज जागे रहना, ये रात सोने को है Aaj Jage Rahna
08. तेरा ना करता ज़िक्र.. तेरी ना होती फ़िक्र Zikra
09. दिल रोई जाए, रोई जाए, रोई जाए Dil Royi Jaye
10. कहते थे लोग जो, क़ाबिल नहीं है तू..देंगे वही सलामियाँ Shaabaashiyaan
11 . छोटी छोटी गल दा बुरा न मनाया कर Choti Choti Gal
12. ओ राजा जी, नैना चुगलखोर राजा जी Rajaji
13. मंज़र है ये नया Manzar Hai Ye Naya
14. ओ रे चंदा बेईमान . बेईमान..बेईमान O Re Chanda
15. मिर्ज़ा वे. सुन जा रे...वो जो कहना है कब से मुझे Mirza Ve
16. ऐरा गैरा नत्थू खैरा Aira Gaira
17. ये आईना है या तू है Ye aaina
18. घर मोरे परदेसिया Ghar More Pardesiya
19. बेईमानी से..
20. तू इतना ज़रूरी कैसे हुआ? Kaise Hua
21. तेरा बन जाऊँगा Tera Ban Jaunga
22. ये जो हो रहा है Ye Jo Ho Raha Hai
23. चलूँ मैं वहाँ, जहाँ तू चला Jahaan Tu chala 02. कलंक नहीं, इश्क़ है काजल पिया
03. रुआँ रुआँ, रौशन हुआ Ruan Ruan
04. तेरा साथ हो Tera Saath Ho
05. मर्द मराठा Mard Maratha
06. मैं रहूँ या ना रहूँ भारत ये रहना चाहिए Bharat
07. आज जागे रहना, ये रात सोने को है Aaj Jage Rahna
08. तेरा ना करता ज़िक्र.. तेरी ना होती फ़िक्र Zikra
09. दिल रोई जाए, रोई जाए, रोई जाए Dil Royi Jaye
10. कहते थे लोग जो, क़ाबिल नहीं है तू..देंगे वही सलामियाँ Shaabaashiyaan
11 . छोटी छोटी गल दा बुरा न मनाया कर Choti Choti Gal
12. ओ राजा जी, नैना चुगलखोर राजा जी Rajaji
13. मंज़र है ये नया Manzar Hai Ye Naya
14. ओ रे चंदा बेईमान . बेईमान..बेईमान O Re Chanda
15. मिर्ज़ा वे. सुन जा रे...वो जो कहना है कब से मुझे Mirza Ve
16. ऐरा गैरा नत्थू खैरा Aira Gaira
17. ये आईना है या तू है Ye aaina
18. घर मोरे परदेसिया Ghar More Pardesiya
19. बेईमानी से..
20. तू इतना ज़रूरी कैसे हुआ? Kaise Hua
21. तेरा बन जाऊँगा Tera Ban Jaunga
22. ये जो हो रहा है Ye Jo Ho Raha Hai
24.रूह का रिश्ता ये जुड़ गया... Rooh Ka Rishta
25 शर्त (Shart )
6 टिप्पणियाँ:
💕yeh gaana toh behad hi pasand hai aur humari list mein bhi hona chahiye
Smita अच्छा, आपने देखी थी ये फिल्म ? इस राउंड में आपकी पसंद के दो गाने थे। ये और मंज़र है ये नया। :)
फ़िल्म कब आई पता नही चला, पर ये गीत लिस्ट बनाते हुए बहोत पसन्द आया।
Manish फिल्म तो पिछले नवंबर में आई और निर्देशक और निर्माता के झगड़े की वजह से गलत पब्लिसिटी का शिकार हुई।
इस गाने में सब अच्छा है सिवा इसके के ये हिंदी फ़िल्म उत्तर भारतीय परिवेश का है जिसमे ये गाना पंजाबी है.
Sumit हिंदी गीतों में पंजाबी शब्दों का इस्तेमाल आम सी बात हो गयी है। रैप गीतों के बेसिरपैर बोलों और हर बात में रब्बा, माही जैसे शब्दों को घुसाने वाले गीतों से मुझे भी कोफ्त होती है अगर उनका परिवेश कहानी से तालमेल ना खाता हो।
चिट्ठिये (इक लड़की को देखा तो..) और छोटी छोटी गल अपने शब्दों के आलावा धुन और गायिकी की वजह से भी मुझे प्रभावित कर पाए और इसी वज़ह से इस संगीतमाला का हिस्सा बने।
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