वार्षिक संगीतमाला की अठारह वीं पायदान पर है एक बार फिर सोनू निगम की आवाज़। फिल्म एक बार फिर से चमनबहार। इस फिल्म के एक अन्य गीत के बारे में लिखते हुए मैं बता ही चुका हूँ कि चमनबहार एक पान की दुकान चलाने वाले नवयुवक की इकतरफा प्रेम कहानी है। छत्तीसगढ़ के छोटे से कस्बे लोरमी में रची बसी इस कहानी को इसी राज्य के बिलासपुर शहर से ताल्लुक रहने वाले अपूर्व धर हैं जो प्रकाश झा की फिल्मों में कई बार सहायक निर्देशक की भूमिका निभा चुके हैं।
तू जर्दे की हिचकी,गुलकंद का तोला
तू मीठा पान मैं कत्था कोरिया
देखा जो तुझको मेरा दिल ये बोला
दूसरे अंतरे में भी अपूर्व की लेखनी नायक द्वारा नायिका को कई अन्य मज़ेदार बिंबों में बाँधती नज़र आती है।
तू मन मोहिनी मेरा बैरागी चोला
तू तेज़ चिंगारी मैं चरस का झोला
तू मीठी रूहफज़ा मैं बर्फ का गोला
उड़ती है खुशबू किमामी
होता नशा जाफरानी
मैं बेतोड़ दर्द की कहानी
तू ही तो है मेरा मलहम यूनानी
दो का चार तेरे लिए गल्ला
तू ही तो अल्लाह तू ही मोहल्ला दो का चार....
गीत का संगीत रचा है अंशुमन मुखर्जी ने। गीत की शुरुआत और खासकर अंतरों के बीच में तार वाद्यों के साथ वॉयलिन का प्रयोग कर्णप्रिय लगता है। गीत के फिल्मांकन में नायक की भूमिका में जीतेन्द्र कुमार का अभिनय किसी भी आम से लड़के को इस इकतरफा प्रेम कहानी से जोड़ेगा। सोनू की आवाज़ का सुरीलापन तो आकर्षित करता ही है, साथ ही जिस तरह वो गीत की भावनाओं में रम कर गाते हैं वो भी काबिलेतारीफ है।
तो आइए सुनें सोनू निगम की आवाज़ में ये चुलबुला नग्मा
2 टिप्पणियाँ:
पान के बहाने एकतरफा प्रेम में पड़े आशिक़ की भावनाओं को अच्छे से उकेरा गया है। जितेंद्र कुमार में आयुष्मान खुराना और राज कुमार राव जैसी सम्भावनायें दिखतीं हैं।
Manish जितेंद्र के बारे में बिल्कुल सही कहा। पहली बार मैंने उन्हें श्वेता त्रिपाठी के साथ गॉन केश में नोटिस किया था। तुमने शायद इसके पहले चमनबहार के दूसरे गीत से जुड़ी पोस्ट में सोनू निगम के इसी गाने का जिक्र किया था।
एक टिप्पणी भेजें