वार्षिक संगीतमाला में अब है शुरुआती पन्द्रह गीतों की बारी। यकीन कीजिए यहाँ से पहली पॉयदान तक का सफ़र बड़ा मज़ेदार होने वाला है। पन्द्रहवीं पॉयदान का गीत वो जिसे एक बार सुनकर ही आप थिरकने पर मजबूर हो जाएँगे। ये गीत है फिल्म अंग्रेजी मीडियम का जो अभिनेता इरफान खान की आख़िरी फिल्म थी। इरफान इस फिल्म में एक ऐसे पिता का रोल निभा रहे थे जिसकी बेटी का सपना हर हाल में विदेश जाकर पढ़ाई करने का है।
मार्च में सिनेमा हॉल और फिर कोरोना काल में फिर से ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज़ हुई ये फिल्म अपनी पूर्ववर्ती हिंदी मीडियम की तरह उतनी सफल नहीं हो पाई पर इसके कुछ गाने खासे लोकप्रिय हुए जिसमें कुड़ी नूँ नचने दे का जलवा अपनी आकर्षित करती धुन और गीत में निहित संदेश की वज़ह से फिल्म के प्रदर्शित होने के महीनों बाद भी बरक़रार है।
ये गीत अंग्रेजी मीडियम की नायिका का ही नहीं बल्कि उन सारी लड़कियों की आवाज़ बन गया जिन्होंने अपने जीवन के लिए कुछ सपने देखे हैं और उनको मूर्त रूप देने के लिए अपनी सोच और मन मुताबिक राह चुनना चाहती हैं। अंग्रेजी मीडियम के इस गीत को संगीतबद्ध किया सचिन जिगर की जोड़ी ने।
सचिन जिगर सिमरन बदलापुर, भूमि, हैप्पी एंडिंग, मेरी प्यारी बिंदु, शुद्ध देशी रोमांस और शोर इन दि सिटी जैसी फिल्मों के गीतों के ज़रिए पिछले एक दशक से एक शाम मेरे नाम की वार्षिक संगीतमालाओं में दस्तक देते रहे हैं। अंग्रेजी मीडियम के इस गीत को उन्होंने एक ऐसी धुन में ढाला है जिसे एक बार सुनकर ही मन झूम उठता है। जिगर की पत्नी और गीतकार प्रिया सरैया ने पंजाबी बोलों की सरलता बनाए रखी है ताकि उसके भाव आम जनता को भी आसानी से समझ आ सकें। लड़कियों को अपने मन की करने की आज़ादी के लिए प्रेरित करते इस गीत में अपनी दमदार आवाज़ से उर्जा भरी है विशाल ददलानी ने।
हो मीठी-मीठी सी ये मुनिया
सर पे डाले है ये चुनिया क्यूँ..हाँ क्यूँ
हो सोणी-सोणी सी कुड़ी नूँ
मौज में रहने दे ना दुनियाँ क्यूँ, हाँ दुनियाँ क्यूँ
है किन्नी शानदार कुड़ी ये कर देगी कमाल
इसे झूमने दे अपनी बीट ते,
कुड़ी नूँ नचने दे, हाँ नचने दे
तू आज लगाने दे ठुमके
हाँ जमके
कुड़ी नु नचने दे हाँ नचने दे
तू सारियाँ फ़िकरां नूँ छड के
बन-ठन के
कुड़ी नूँ नचने दे, नचने दे
हाँ नचने दे, नचने दे
तू आज लगाने दे ठुमके
हाँ जमके, कुड़ी नूँ नचने दे...बन-ठन के
सर पे डाले है ये चुनिया क्यूँ..हाँ क्यूँ
हो सोणी-सोणी सी कुड़ी नूँ
मौज में रहने दे ना दुनियाँ क्यूँ, हाँ दुनियाँ क्यूँ
है किन्नी शानदार कुड़ी ये कर देगी कमाल
इसे झूमने दे अपनी बीट ते,
कुड़ी नूँ नचने दे, हाँ नचने दे
तू आज लगाने दे ठुमके
हाँ जमके
कुड़ी नु नचने दे हाँ नचने दे
तू सारियाँ फ़िकरां नूँ छड के
बन-ठन के
कुड़ी नूँ नचने दे, नचने दे
हाँ नचने दे, नचने दे
तू आज लगाने दे ठुमके
हाँ जमके, कुड़ी नूँ नचने दे...बन-ठन के
हो वड्डी-वड्डी बात तेरी
छोटी-छोटी सोच क्यूँ है जी, ओहो पाजी
हो उखड़े-उखड़े क्यूँ खड़े जी
हँस दो तो, हँस देगी दुनिया भी, हाँ हाँ हाँ जी
हो आये जो ऑन द फ्लोर कुड़ी तो खूब मचाये शोर
तू भी झूम लेना इसकी बीट पे
कुड़ी नूँ नचने दे...बन-ठन के
इस गीत की एक खास बात ये है कि इसमें एक दो नहीं बल्कि आठ अभिनेत्रियाँ आपको एक ही गीत में नज़र आएँगी। इन नामी सिनेतारिकाओं द्वारा लॉकडाउन में अपने अपने घरों के आसपास शूट किए गए टुकड़ों को निर्देशक होमी अदजानिया ने इस खूबसूरती से पिरोया है कि देखने वाला गीत गुनगुनाने के साथ इन नायिकाओं के साथ ही थिरकने पर मजबूर हो जाता है। आलिया भट्ट, अनुष्का शर्मा, कैटरीना कैफ़, अनन्या पांडे, जान्ह्वी कपूर, कियारा आडवाणी, कृति सैनन के साथ राधिका मदान ने अपने रचनात्मक नृत्य के ज़रिये इस गीत को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
आशा है ये गीत सुन और देख कर आप भी उतने ही आनंदित होंगे जितना मैं हुआ हूँ..
4 टिप्पणियाँ:
शायद फ़िल्म में ये गीत नहीं दिखाया गया है।
Manish हो सकता है। मैंने ये फिल्म देखी नहीं है। वैसे भी आजकल कई गीत एल्बम का हिस्सा होने के बावजूद फिल्म में नहीं आ पाते या फिर फिल्म के शुरुआती या आखिरी क्रेडिट्स के समय बजते हैं।
फ़िल्म लॉकडाउन से पहले आई है, जबकि गीत लॉकडाउन में शूट हुआ है। फ़िल्म में गीत न होने का कारण ये भी हो सकता है।
@Manish फिल्म की शूटिंग जुलाई 2019 में ही पूरी हो गयी थी जबकि टलते टलते आख़िरकार फिल्म मार्च 2020 में प्रदर्शित हुई। फिल्म रिलीज़ होने के कुछ ही हफ्ते पहले ये गाना प्रमोशन के लिए इस्तेमाल हुआ पर तब तक मुंबई में हालात बिगड़ने शुरु हो गए थे इसीलिए गाना अलग अलग लोकेशन पर शूट कर मिक्स किया गया।
जो भी हो इतनी अभिनेत्रियों को कोविड के समय इस रचनात्मक तरीके से इस्तेमाल करने के लिए निर्देशक और उनकी संगीत टीम को शाबासी देनी तो बनती ही है।
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