शुक्रवार, जनवरी 26, 2024

वार्षिक संगीतमाला 2023 : ओ माही ओ माही तेरी वफ़ा पर हक़ हुआ मेरा

वार्षिक संगीतमाला की अगली कड़ी में आज एक गीत फिल्म डंकी से। ये फिल्म तो लोगों ने उतनी पसंद नहीं की, हां पर इसके एक दो गाने यू ट्यूब पर खूब बजे, इंस्टा की रीलों पर छा गए। अब इसका सबसे ज्यादा श्रेय तो मैं संगीतकार प्रीतम को देना चाहता हूं।

प्रीतम एक ऐसे संगीतकार हैं जिनकी मेलोडी पर जबरदस्त पकड़ है। वो ये बखूबी समझते हैं कि श्रोताओं को कैसी सिग्नेचर धुन, कैसे इंटरल्यूड्स पसंद आयेंगे। ज्यादातर वे इरशाद कामिल और अमिताभ भट्टाचार्य के साथ अपने गीत रचते हैं जो उनकी बनाई धुनों के साथ न्याय करने में सक्षम हैं।


तो डंकी फिल्म का जो गीत मेरे पसंदीदा गीतों की सूची में आया है वो है ओ माही ओ माही। मुखड़े के पहले के बीस सेकेंड में ही प्रीतम अपनी आरंभिक धुन से ध्यान खींच लेते हैं।

माही शब्द को केंद्र में ले के दर्जनों गीत बन होंगे पर मजाल है कि श्रोता आज तक इससे ऊबे हों। इस गीत की तो ओ माही के दुहराव वाली पंक्ति ही लोगों के मन में रच बस गई है। दरअसल आज भी युवा अपने प्रेम का इज़हार करने के लिए ऐसे फिल्मी गीतों का सहारा लेते हैं जिसके बोल प्यारे पर सहज हों और जिसका संगीत कर्णप्रिय हो।

वार्षिक संगीतमाला का ये गीत किस पायदान पर अंततः आएगा उसका खुलासा तो बाद में होगा पर इतना तो तय है कि सुरीले गीतों की इस साल की फेरहिस्त में अरिजीत सिंह का नाम बार बार आएगा।

तो अगर आपने इरशाद कामिल का लिखा ये गीत न सुना हो तो सुन लीजिए।

यारा तेरी कहानी में, हो जिकर मेरा
कहीं तेरी खामोशी में, हो फिकर मेरा
रुख तेरा जिधर का हो हो उधर मेरा
तेरी बाहों तलक ही है ये सफ़र मेरा
ओ माही ओ माही..ओ माही ओ माही
तेरी वफ़ा पर हक़ हुआ मेरा
ओ माही ओ माही...ओ माही ओ माही
लो मैं क़यामत तक हुआ तेरा..

बातों को बहने दो बाहों में रहने दो 
हैं सुकून इनमें 
रास्ते हो बेगाने, झूठे वो अफसाने 
तू न हो जिनमें 
हो थोड़ी उमर है प्यार ज़्यादा मेरा 
कैसे बताएं ये सारा तेरा होगा 
मैंने मुझे है तुझको सौंपना 
राहों पे बाहों पे राहों पनाहों पे आहों पे बाहों पे 
साहों सलाहों पे मेरे इश्क़ पे हुआ हक़ तेरा
ओ माही ओ माही...ओ माही ओ माही
लो मैं क़यामत तक हुआ तेरा..

Related Posts with Thumbnails

4 टिप्पणियाँ:

Manish on जनवरी 26, 2024 ने कहा…

फ़िल्म डंकी का सबसे खूबसूरत गीत, पर फ़िल्म में दिखाया ही नहीं गया!🙄

Manish Kumar on जनवरी 26, 2024 ने कहा…

Manish तुमने देखी ये फिल्म? सुना हिरानी साहब इस बार वो कमाल नहीं दिखा सके।

Manish on जनवरी 26, 2024 ने कहा…

Manish Kumar जी सर, मुन्ना भाई सीरीज और 3 इडियट्स वाली बात इसमे नहीं!

बेनामी ने कहा…

शब्द ज़्यादा असरदार हैं

 

मेरी पसंदीदा किताबें...

सुवर्णलता
Freedom at Midnight
Aapka Bunti
Madhushala
कसप Kasap
Great Expectations
उर्दू की आख़िरी किताब
Shatranj Ke Khiladi
Bakul Katha
Raag Darbari
English, August: An Indian Story
Five Point Someone: What Not to Do at IIT
Mitro Marjani
Jharokhe
Mailaa Aanchal
Mrs Craddock
Mahabhoj
मुझे चाँद चाहिए Mujhe Chand Chahiye
Lolita
The Pakistani Bride: A Novel


Manish Kumar's favorite books »

स्पष्टीकरण

इस चिट्ठे का उद्देश्य अच्छे संगीत और साहित्य एवम्र उनसे जुड़े कुछ पहलुओं को अपने नज़रिए से विश्लेषित कर संगीत प्रेमी पाठकों तक पहुँचाना और लोकप्रिय बनाना है। इसी हेतु चिट्ठे पर संगीत और चित्रों का प्रयोग हुआ है। अगर इस चिट्ठे पर प्रकाशित चित्र, संगीत या अन्य किसी सामग्री से कॉपीराइट का उल्लंघन होता है तो कृपया सूचित करें। आपकी सूचना पर त्वरित कार्यवाही की जाएगी।

एक शाम मेरे नाम Copyright © 2009 Designed by Bie